
PALI SIROHI ONLINE
पाली-शादी के बाद 19 साल की नगमा ने पहली डिलीवरी हुई।
परिवार में खुशी का माहौल था लेकिन हॉस्पिटल में उपचार के दौरान नवजात की मौत हो गई। घटना को लेकर गुस्साए परिजनों ने डॉक्टर और नर्सिंगकर्मियों पर इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए हंगामा किया। उन्होंने दोषियों के खिलाफ कार्रवाई के बाद ही शव उठाने की बात कही। सूचना पर पुलिस भी मौके पर पहुंची और मामले को शांत किया। वही मामले में डॉक्टर का कहना है कि बच्चे की हालत जन्म से ही गंभीर थी। ऐसे में उसे इलाज के लिए एनआईसीयू वार्ड में भी भर्ती किया लेकिन जान नहीं बच सकी।
दरअसल पाली शहर के हाउसिंग बोर्ड क्षेत्र में रहने वाली 19 साल की नगमा की 5 फरवरी 2024 को जालोर निवासी शहजाद से शादी हुई थी। शादी के बाद पहली डिलीवरी होने पर नगमा को उसकी पीहर पक्ष के लोग डिलीवरी के लिए पाली लेकर आए। 9 फरवरी को नगमा ने बांगड़ हॉस्पिटल में बेटे को जन्म दिया। बच्चे की तबीयत गंभीर होने पर के चलते उसे इलाज के लिए NICU वार्ड में भर्ती किया गया। जिसकी गुरुवार रात को उपचार के दौरान मौत हो गई।
चिकित्साकर्मियों पर लापरवाही बरतने का आरोप
घटना को लेकर नगमा के पति शहजाद का आरोप है कि बच्चा जन्म के बाद ठीक था। फिर उसे इलाज के लिए एन आईसीयू वार्ड में भर्ती कर दिया। लेकिन डॉक्टर और नर्सिंग स्टाफ ने इलाज ढंग से नहीं किया। लापरवाही बरती। जिससे उसके घर में खुशियां आनी थी लेकिन इनकी लापरवाही से बच्चे की मौत हो गई। पत्नी ने भी सिजेरियन ऑपरेशन के बाद बच्चे को जन्म दिया था।
डॉक्टर बोले- दुख है कि नवजात को नहीं बचा सके मामले में बांगड़ हॉस्पिटल के चाइल्ड विशेषज्ञ डॉ आरके विश्नोई का कहना है नवजात को नहीं बचा पाने का दुख है। जांच में उसकी किडनी में खराबी आई। मां भी ऊपर का दूध पिला रही थी। ऐसे में बच्चे का वजन नहीं बढ़ रहा था। और उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। परिजनों को कुछ शिकायत है तो लिखित में दे सकते है जांच करवा लेंगे।


