
पाली-खेत की तारबंदी से करंट लगने से स्टूडेंट की मौतः स्कूल से लौटते समय हुआ हादसा, परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल
PALI SIROHI ONLINE
पाली-पाली में 10 साल के एक मासूम की खेत की तारबंदी में प्रवाहित करंट की चपेट में आने से दर्दनाक मौत हो गई। स्कूल से घर लौटते समय मासूम के साथ यह हादसा हुआ। परिजनों का आरोप है कि खेत की तारबंदी में खेत मालिक ने क्षमता से अधिक करंट प्रवाहित किया। जिसकी चपेट में आने से मासूम की मौत हो गई। पुलिस ने बॉडी मोर्चरी में रखवाई और जांच शुरू की।
पाली जिले के रोहट क्षेत्र के भिंडर (कुलथाना) गांव निवासी 10 साल का मासूम सुनिल पुत्र जगदीश हमेशा की तरह मंगलवार शाम को अपने दोस्तों के साथ स्कूल से घर लौट रहा था। इस दौरान रास्ते में एक की लोहे की तारबंदी के निकट से गुजरते समय मासूम तारबंदी प्रवाहित करंट के कारण उसकी चपेट में आ गया। उसके दोस्तों ने जब यह खबर दी तो परिजन तुरंत दौड़कर मौके पर पहुंचे। मासूम को गंभीर हालत में वायद गांव के हॉस्पिटल ले गए। जहां से उसे पाली रेफर किया गया। पाली के बांगड़ हॉस्पिटल में उपचार के दौरान मासूम की मौत हो गई। पुलिस ने मृतक की बॉडी हॉस्पिटल की मोर्चरी में रखवाकर जांच शुरू की।
पांच भाई बहनों में तीसर नंबर पर था सुनिल मृतक के काका दीपक कुमार ने बताया कि मृतक सुनिल के पिता जगदीश मजदूरी करते है। पांच भाई बहनों में सुनिल तीसरे नंबर पर था। जब वे मौके पर पहुंचे तो मासूम तारबंदी से चिपका हुआ था। उन्होंने तारबंदी में प्रवाहित हो रहे करंट की लाइन का तार हटाया और उसे हॉस्पिटल लाए लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी।
मवेशियों से फसल की सुरक्षा के लिए करते है करंट प्रवाहित बता दे कि कई किसान मवेशियों से अपने खेत में उगी फसल को बचाने के लिए तारबंदी में हल्का करंट प्रवाहित करते है ताकि पशु अंदर खेत में न घुसे। मृतक के परिजनों का आरोप है कि उनके जिस किसान का खेत था उन्होंने क्षमता से ज्यादा करंट तारबंदी में प्रवाहित किया। जिससे बच्चे की मौत हुई।


