
एक माह बाद होनी थी शादी,नाले में मिला जला शव, दो परिवारों में मचा मातम
PALI SIROHI ONLINE
भाड़ौती। कस्बे के समीप दुब्बी बनास बालाजी मंदिर के पास नाले में एक जला हुआ शव मिलने से सनसनी फैल गई। खेतों पर कार्य करने जा रहे किसानों ने जानकारी लगने पर सूरवाल थाना पुलिस को सूचना दी। सूरवाल थाना पुलिस ने मौके पर पहुंच शव को कब्जे में लिया।
पिता ने जताई हत्या की आशंका
शव के पास एक पेट्रोल की बोतल, माचिस और बाइक में सुसाइड नोट मिला। शव की पहचान सुरेश कुमार रैगर (25) पुत्र रामकिशोर निवासी मोरपा कुंडली थाना बाटोदा के रूप में हुई है। परिजनों से मिली जानकारी के अनुसार युवक की अगले माह शादी होनी थी। ऐसे में परिवार में खुशियों का माहौल था। लेकिन बेटे के शव मिलने की सूचना पर परिवार में शोक छा गया।
शव के पास मिली पेट्रोल की बोतल और माचिस
सूरवाल थाना अधिकारी जयप्रकाश ने बताया कि मंगलवार को किसान एवं ग्रामीण की सूचना पर मौके पर पहुंचे, जहां दुब्बी बिंदरखां रीको एरिया के सामने बालाजी मंदिर के पास एक जला हुआ शव मिला था। पुलिस ने शव और यहां खड़ी बाइक को कब्जे में लिया। इसके बाद पुलिस ने युवक के सामानों की तलाशी ली। पुलिस को युवक की बाइक में डिग्गी में 500 रुपए, दस्तावेज और एक सुसाइड नोट मिला। बाइक के पास में ही एक स्टील की बोतल व माचिस भी मिली। मौके पर एफएसएल टीम को बुलाया गया। यहां पहुंचकर एफएसएल टीम ने साक्ष्य जुटाए।
हत्या का मामला दर्ज
पिता रामकिशोर ने बताया कि उनका बेटा सोमवार सुबह 9 बजे खाना खाकर स्कूल जाने की कह कर निकला था। वह हायर सेकेंडरी स्कूल मंडावरी दौसा में लेब असिस्टेंट के पद पर कार्यरत था। शाम को घर नहीं पहुंचा तो परिजनों ने तलाश की। जिसके बाद वह बाटौदा थाने पहुंचे। जहां सुरेश की लोकेशन दुब्बी आई। वह पुलिस के साथ दुब्बी पहुंचे, लेकिन उसका कोई पता नहीं लगा। सुबह पुलिस ने शव मिलने की सूचना दी। पिता ने हत्या की आशंका जताते हुए पुलिस में रिपोर्ट दी। इस पर पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर लिया।
14 को होनी थी शादी
सुरेश का लग्न टीका 27 मार्च का था और शादी 14 अप्रैल को होनी थी। सुरेश कुमार तीन भाइयों में मंझला था। इससे पहले ही यह दु:खद हादसा सामने आया। रामकिशोर का कहना है कि उसके बेटे की हत्या की गई। उन्होंने पुलिस से मामले में निष्पक्ष जांच की मांग की है।
सुसाइड नोट में लिखा जिंदगी जीने लायक नहीं
मरने वाले युवक ने जो सुसाइड नोट छोड़ा, उसमें लिखा कि मेरा शरीर जिंदगी जीने लायक नहीं है। शरीर साथ नहीं दे रहा है। मुझे किसी से कोई शिकायत नहीं है। मेरी पूरी जिंदगी अच्छी नहीं रही, हीनभावना से ग्रसित रही। इसलिए मुझे कोई तकलीफ नहीं होगी। इन सबके लिए मैं सिर्फ अपनी किस्मत को जिम्मेदार मानता हूं।


