होली के रंग में रंगे आदर्श विद्यामंदिर देसूरी के भाई बहन

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जगदिश सिंह गहलोत

होली के रंग में रंगे आदर्श विद्यामंदिर देसूरी के भैया_बहिन

शहर देसूरी के आदर्श विद्यामंदिर में 12 मार्च 2025 को होली का त्योहार धूमधाम से मनाया गया। होली वंदना सभा में छात्रों ने अबीर-गुलाल के साथ रंगों का त्योहार मनाया। त्यौहार ही हमारे अंदर हर्षोल्लास का संचार करते हैं। जिसके द्वारा हमारी पुरातन संस्कृति एवं सभ्यता जीवित हो उठती है । मानव मन में नए-नए विचारों का आगमन होता है । लोगों में आपसी प्रेम व सौहार्द का प्रादुर्भाव होता है । इसी का परिचायक रंगो का त्यौहार होली आदर्श विद्यामंदिर माध्यमिक देसूरी में धूमधाम से मनाया गया ।

विद्यालय की प्रधानाचार्य महोदय पुखराज चौधरी ने सबको होली की शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि यह होली हमारे जीवन में बुराइयों को समाप्त कर अच्छाइयों का समावेश करती है तथा परस्पर प्रेम बन्धुत्त्व भाईचारे को जागृत करती है । हमें अपने समस्त वैमनस्य व शत्रुता को त्याग कर एक दूसरे के साथ मिलकर एक आदर्श समाज का निर्माण करने हेतु प्रेरणा देती है ।

फिर सभी भैया बहिन ने होली के पावन पर्व के उपलक्ष में विशेष प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया । जिसमें छात्रों ने परंपरागत रंगबिरंगी वेशभूषा में होली के नृत्य गीत नाटक आदि प्रस्तुत किए, सम्पूर्ण वातावरण उमंग और उल्लास से सराबोर हो गया था। तालियों की गड़गड़ाहट से विद्यालय प्रांगण गुंजायमान हो गया। होली के पर्व के साथ त्यौहार के अन्य महत्त्वपूर्ण तथ्यों को बताया गया ।
सभी भैयाओ _बहिनों ने एक दूसरे को गुलाल लगाकर होली की शुभकामनाएं प्रेषित की ।

साथ ही बुधवार को विद्यालय में होली मिलन समारोह का आयोजन भी किया गया जिसमे अध्यापक व अध्यापिका प्रधानाचार्या के साथ होली के रंग में रंग गए l शिक्षक एवम शिक्षिका आपस में मिलकर एक दूसरे को गुलाल लगाया तथा रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किए l संगीत विभाग ने गीत संगीत के अनूठी सुर – तान से विद्यालय प्रांगण को मंत्रमुग्ध कर दिया l सबने मीठी – मीठी गुजिया का आनंद लेकर एक दूसरे को होली की शुभकामनाएं दी।

कार्यक्रम में आचार्य प्रहलाद प्रजापति ने भक्त प्रह्लाद की कथा सुनाई। उन्होंने बताया कि प्रह्लाद के पिता नास्तिक राजा थे। प्रह्लाद ईश्वर का नाम जपता था। इससे नाराज होकर राजा ने अपने पुत्र को सबक सिखाने का निर्णय लिया।

राजा ने अपनी बहन होलिका से मदद मांगी। होलिका को वरदान था कि वह आग में नहीं जलेगी। लेकिन उसकी गोद में बैठा व्यक्ति जल जाएगा। होलिका प्रह्लाद को लेकर आग में बैठी। ईश्वर की कृपा से प्रह्लाद बच गया और होलिका जल गई।

फिर सभी भैया बहिन ने होली के पावन पर्व के उपलक्ष में विशेष प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया । जिसमें छात्रों ने परंपरागत रंगबिरंगी वेशभूषा में होली के नृत्य गीत नाटक आदि प्रस्तुत किए, सम्पूर्ण वातावरण उमंग और उल्लास से सराबोर हो गया था। तालियों की गड़गड़ाहट से विद्यालय प्रांगण गुंजायमान हो गया। होली के पर्व के साथ त्यौहार के अन्य महत्त्वपूर्ण तथ्यों को बताया गया ।
सभी भैयाओ _बहिनों ने एक दूसरे को गुलाल लगाकर होली की शुभकामनाएं प्रेषित की । होली कार्यक्रम पर प्रहलाद प्रजापति, प्रकाश सोलंकी , ललित बोहरा , दिनेश सिंह , दिनेश सोलंकी , घीसुलालजी, सोनू सोलंकी , रेखा टेलर , पूजा सोलंकी आदि उपस्थित रहे।

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