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जोधपुर रेफर किए गए सहायक ग्राम सेवक की दूसरी सर्जरी के दौरान मौत हो गई। जालोर के श्रीराम हॉस्पिटल में मरीज का पहला ऑपरेशन किया गया था। शुक्रवार को आक्रोशित परिजन जालोर के श्रीराम हॉस्पिटल पहुंचे, जहां दोपहर 12 बजे से 3 बजे तक जमकर हंगामा किया।
परिवार का आरोप है कि जालोर में डॉक्टरों ने पहले ऑपरेशन में गलत आंत काट दी। जिससे मरीज की हालत बिगड़ गई और उसे जोधपुर रेफर करना पड़ा। जहां दूसरी सर्जरी के दौरान मरीज की मौत हो गई।
परिवार ने डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए डॉ. सौरभ त्रिवेदी व डॉ. अजाराम चौधरी के खिलाफ मामला दर्ज कराया और अस्पताल को सील करने की मांग की। मृतक रूगाराम (56) केशवना ग्राम पंचायत में सहायक ग्राम सेवक के पद पर कार्यरत थे।
जालोर में पहला ऑपरेशन, दूसरी सर्जरी के दौरान मौत, 5 पॉइंट में समझिए पूरा मामला
- भर्ती और पहला ऑपरेशन केशवना ग्राम पंचायत के सहायक ग्राम सेवक रूगाराम (56) को 9 मार्च को तबीयत बिगड़ने पर जालोर के श्रीराम अस्पताल लाया गया। डॉ. सौरभ त्रिवेदी व डॉ. अजाराम चौधरी ने आंतों में रुकावट बताते हुए तत्काल ऑपरेशन की सलाह दी। 10 मार्च को 1.50 लाख रुपए ऑपरेशन और 30 हजार रुपए दवाओं के लिए जमा कराए गए।
- जोधपुर रेफर, दोबारा सर्जरी की जरूरत बताई परिवार का आरोप है कि डॉक्टरों ने ऑपरेशन में गलत आंत काट दी, जिससे स्थिति बिगड़ गई। 11 मार्च को जोधपुर के श्रीराम अस्पताल रेफर किया गया। जोधपुर के डॉक्टरों ने पहला ऑपरेशन गलत बताते हुए दोबारा सर्जरी की जरूरत बताई।
- दूसरी सर्जरी में मौत 13 मार्च की रात जोधपुर में दूसरे ऑपरेशन के दौरान रूगाराम की मौत हो गई। शुक्रवार को परिजन शव लेकर जालोर के श्रीराम अस्पताल पहुंचे और दोपहर 12 से 3 बजे तक अस्पताल गेट पर प्रदर्शन किया।
- परिवार का आरोप- गलत आंत काट दी मृतक के चचेरे भाई सूजाराम ने डॉक्टर सौरभ त्रिवेदी व डॉ. अजाराम चौधरी पर लापरवाही का मामला दर्ज कराया। परिवार ने दोनों डॉक्टरों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज करने और अस्पताल को सील करने की मांग की। परिवार का आरोप है कि डॉक्टरों ने गलत आंत काट दी, जिससे स्थिति और बिगड़ गई। रूगाराम की मौत से पत्नी सीता, तीन बेटियां अनुष्का (19), पोमल (18), निरमा (10) और बेटा विजय (15) पर आर्थिक संकट आ गया है।
- पोस्टमॉर्टम कराकर परिजनों को सौंपा शव डीएसपी गौतम जैन और कोतवाल अरविंद कुमार ने मामला शांत कराया। शव का पोस्टमॉर्टम कराकर परिजनों को सौंपा। लापरवाही का मामला दर्ज कर जांच शुरू की गई।


