
ग्राम पंचायत काछोली :- शिकायतें ‘कागजों’ में, कर्मचारी और नरेगा मेट मज़े में!
- ग्राम पंचायत की कार्यशैली पर जनता अब खुलकर तंज कसने लगी है।
- भ्रष्टाचार की नींव इतनी मजबूत की, उसको कोई हिला नही सकता
- कोई भी नागरिक अगर 181 राजस्थान सम्पर्क पर कॉल कर अपनी समस्या दर्ज करवाता है, तो उस शिकायत का “समाधान” पलक झपकते हो जाता है – लेकिन कागजों में, हकीकत समस्या जस की तस रहती है, और पोर्टल पर लिखा जाता है – “शिकायत का निवारण कर दिया”
- हर महीने अगर ग्रामवासियों से फीडबैक लिया जाए तो ग्राम पंचायत “सबसे घटिया प्रतिशत” की श्रेणी में आती है।
- लेकिन प्रशासनिक अधिकारियों में “शर्म” नाम का शब्द है ही नही।
- मूलभूत सुविधाएँ? 1.नालियाँ जाम, 2. कचरे के, ढेर, और शिकायतों का ढेर।
- गांव में चारों तरफ अतिक्रमण जिससे बरसात पानी तालाब, नदी में ना जाकर खेतों में।
- सवाल ये है कि कब तक कागज़ी निवारण से जनता को बहलाया जाएगा? या जो आला अधिकारी ग्राम पंचायत से 25 किलोमीटर दूरी पर बैठे है असली काम करेंगे ?