पाली- महिला का मेडिकल बोर्ड से हुआ पोस्टमॉर्टम, कमेटी गठित, 3 दिन में सौंपेगी रिपोर्ट, डॉक्टर निलंबित

PALI SIROHI ONLINE

पाली-पाली के बांगड़ हॉस्पिटल में 22 साल की विवाहिता पायल की उपचार के दौरान मौत के मामले में परिजनों ने उपचार में लापरवाही का आरोप लगाया। और बॉडी के पोस्टमॉर्टम के लिए राजी नहीं हुए। मामले में बुधवार को एक डॉक्टर को निलंबित किया गया। जांच कमेटी गठित की गई जो पूरे मामले की जांच कर तीन दिन में रिपोर्ट देगी। वही परिजनों की रिपोर्ट पर पुलिस ने भी देर रात को मामला दर्ज किया। इस पर परिजन बुधवार दोपहर को बॉडी के पोस्टमॉर्टम के लिए राजी हुए। मेडिकल बोर्ड से पोस्टमॉर्टम करवा कर शव परिजनों को सौंपा गया।


पाली के मिलगेट क्षेत्र में रहने वाली 22 साल की पायल पत्नी नवीन कुमार को बुखार, उल्टी और चक्कर आने की शिकायत पर परिजनों ने 25 मार्च मंगलवार सुबह डॉक्टर को चेक करवाया गया। और उसे इलाज के लिए भर्ती किया गया। परिजनों का आरोप है कि गलत इंजेक्शन लगाया गया। जिससे उसकी तबीयत बिगड़ी। ऐसे में उसे आईसीयू में भर्ती किया। जहां मंगलवार शाम करीब सात बजे उन्हें बताया गया कि पायल की मौत हो गई। परिजनों ने हंगामा खड़ा कर दिया। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची लेकिन परिजन दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग पर अड़ा रहा और आईसीयू वार्ड के बाहर धरने पर बैठ गया। मामले में मंगलवार देर रात को पुलिस-प्रशासनिक अधिकारियों के आश्वासन के बाद और मृतका के परिजनों की रिपोर्ट दर्ज होने पर परिजन बॉडी मॉच्र्युरी में रखवाने को राजी हुए।


सुबह से ही मॉच्र्युरी के बाहर डटे रहे

मामले में मृतका के पीहर, ससुराल और समाज के लोग 26 मार्च बुधवार सुबह से ही मॉर्च्यूरी के बाहर बड़ी संख्या में पहुंच गए। हंगामे की आशंका के चलते भारी पुलिस जाप्ता भी तैनात रहा। लेकिन परिजन पोस्टमॉर्टम के लिए राजी नहीं हुए उन्होंने मामले में दोषी डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की। आखिरकार SDM, तहसीलदार जितेन्द्र बबेरवाल, CMHO डॉ विकास मारवाल, PMO बांगड़ हॉस्पिटल डॉ HM चौधरी सहित अन्य ने मामले की जांच के लिए टीम गठित की और प्रारंभिक जांच के बाद डॉ सूर्यवीर को निलंबित करने का आदेश जारी किया। वही डॉ गौरव कटारिया, डॉ प्रवीण गर्ग के नेतृत्व में गठित टीम को पूरे मामले की जांच कर तीन दिन में रिपोर्ट सौंपने की बात कही। इस सारी कार्रवाई से मृतका के परिजनों को अवगत करवाया गया। तब जाकर वे बुधवार दोपहर करीब डेढ़ बजे पोस्टमॉर्टम के लिए राजी हुए।


रोते हुए निकली महिलाएं

मामले में समझाइश होने पर दोपहर करीब डेढ़ बजे मृतका के परिजनों ने महिलाओं को मॉच्र्युरी के बाहर से घर के लिए रवाना किया। रोते हुए महिलाएं घर जाती नजर आई। उनकी आंखों में आंसू और लापरवाही बरतने वाले डॉक्टर के खिलाफ गुस्सा था।

5 माह के प्रियांश के सिर से उठा मां का साया

मृतका पायल का 5 माह का बेटा बांगड़ हॉस्पिटल में 24 मार्च से भर्ती है। उसे भी बुखार, उल्टी-दस्त की शिकायत है। पायल की अकाल मौत से 5 माह के प्रियांश के सिर से मां का साया उठ गया।

डॉक्टरों की लापरवाही से गई हमारी बहन की जान

मामले में मृतका पायल के भाई निर्मल वेद्य, रामचंद्र ने कहा कि डॉक्टर की लापरवाही से उनकी प्यारी बहन की अकाल मौत हुई। वह तो बिलकुल ठीक थी। कुछ महीने पहले ही उसने प्रियांश को जन्म दिया था। डॉक्टर ने गलत इंजेक्शन लगाया जो उसकी मौत का कारण बना। लेकिन अब क्या हो सकता है हमारी बहन तो वापस लौट कर नहीं आ सकती। इतना कहते है दोनों की आंखों से आंसू छलकने लगे।


PMO बोले- कमेटी तीन दिन में सौंपेगी रिपोर्ट

मामले में बांगड़ हॉस्पिटल के PMO डॉ एचएम चौधरी ने कहा कि मामले की जांच के लिए एक टीम गठित की है। प्रारंभिक जांच के बाद डॉक्टर सूर्यवीर को निलंबित किया है। मेडिकल बोर्ड से मृतका की बॉडी का पोस्टमॉर्टम करवाकर शव परिजनों को सौपा है।

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